नई दिल्ली। कोरोना काल में शुरू हुई मुफ्त राशन की योजना गरीबों के लिए बड़ी उम्मीद साबित हुई है. इस योजना की शुरुआत सरकार ने गरीबों की आर्थिक मदद के लिए की थी। गरीबों को मुफ्त राशन देने की इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री ने मार्च 2020 के महीने में की थी, जिससे अब तक देश के 80 करोड़ लोगों को फायदा हो चुका है. जिन लाभार्थियों को परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को 5 किलो मुफ्त अनाज दिया जा रहा है।
राशन कार्ड धारक देश के कोने-कोने में खोली गई राशन की दुकानों के माध्यम से मुफ्त राशन प्राप्त कर सकते हैं। इससे देश के गरीब परिवारों को कोविड-19 महामारी के दौरान लागू किए गए लॉकडाउन में काफी मदद मिली थी. केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना में कई बदलाव भी किए गए हैं ताकि राशन कार्ड धारकों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। इस योजना को और अधिक विस्तार देने के लिए नि:शुल्क राशन योजना को और बढ़ाने का निर्णय लिया जा रहा है। फिलहाल इसकी अवधि इसी महीने की 30 सितंबर को खत्म हो रही है.
केंद्र सरकार के खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने बताया है कि इस योजना को जारी रखना है या नहीं यह सरकार को तय करना है. रोलर फ्लोर मिल्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की वार्षिक आम बैठक से इतर खाद्य सचिव की ओर से कहा गया है कि ये सरकार के बड़े फैसले हैं. सरकार जल्द ही इस पर फैसला लेगी।