डेस्क: अगर आप राशन कार्ड धारक हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। जी हाँ, आपको बता दें कि राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के सवाल के बाद एक बड़ी खबर सामने आई है. हाल ही में राज्यसभा में बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी के एक सवाल के जवाब में ग्रामीण विकास और उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने बड़ी जानकारी साझा की है. पिछले पांच वर्षों में बड़ी संख्या में राशन कार्ड रद्द किए गए हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय राज्य मंत्री का कहना है कि पिछले पांच वर्षों में 2017 से 20-21 तक देश भर में कुल 2 करोड़ 41 लाख राशन कार्ड, डुप्लीकेट, अपात्र और नकली, रद्द कर दिए गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अकेले बिहार राज्य में सात लाख 10 हजार राशन कार्ड रद्द किए गए हैं. साथ ही साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि बिहार में 2018 में 2.18 लाख, 2019 में 3.92 लाख, 2020 में 99,404, कुल 7 लाख 10 हजार राशन कार्ड रद्द किए गए. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 1.42 करोड़ राशन कार्ड रद्द किए गए। इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य में 21.03 लाख राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले यूपी में राशन कार्ड धारकों के कार्ड सरेंडर करने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इस खबर में कहा जा रहा था कि अपात्र राशन कार्ड धारकों को तहसील में जाकर राशन कार्ड सरेंडर करना होगा। नहीं तो उनसे सरकार द्वारा राशन की वसूली की जाएगी। हालांकि बाद में सरकार की ओर से इस पर सफाई देते हुए बताया गया कि यूपी की योगी सरकार ने ऐसा कोई नियम नहीं बनाया है. लेकिन अब यूपी सरकार ने राज्य में राशन कार्ड रद्द करने का काम शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं यूपी सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार अपात्र लोगों के नाम राशन कार्ड की सूची से काटे जाएंगे और मुफ्त राशन का लाभ जरूरतमंदों को ही मिलेगा.